ग्रॉसरी डिलीवरी में अब एक नई झुंझलाहट है: “एक ही कार्ट, अलग कीमत।” ऐसा इसलिए नहीं कि आपने अलग विकल्प चुने—बल्कि इसलिए कि प्लेटफ़ॉर्म एल्गोरिदमिक प्राइसिंग प्रयोग चला सकते हैं, जिनमें A/B‑स्टाइल टेस्ट भी शामिल हैं, जो अलग‑अलग खरीदारों को एक ही आइटम के लिए एक साथ कई कीमतें दिखाते हैं। 2025 के एक नियंत्रित परीक्षण (437 खरीदार) में पाया गया कि परीक्षण किए गए आइटम्स में से लगभग 74% में एक साथ कई कीमतें दिखीं, औसतन लो‑टू‑हाई अंतर लगभग 13% था और ऊँचे अंतर करीब 23% तक गए; समान बास्केट टोटल औसतन लगभग 7% अलग थे। अध्ययन ने यह भी बताया कि उनके सैंपल में जनसांख्यिकी और शॉपिंग इतिहास सांख्यिकीय रूप से अर्थपूर्ण भविष्यवक्ता नहीं थे। (Groundwork Collaborative — “Same Cart, Different Price”)
इससे बजटिंग की समस्या बनती है: अगर कीमत कुछ हद तक चलती‑फिरती लक्ष्य है, तो “मैं बस वही सामान्य चीज़ें खरीद लूँगा” एक स्थिर योजना नहीं रह जाती।
तो यहाँ एक नियम‑ए‑अंगूठा है जो तर्कसंगत भी है और कम झंझट वाला भी:
नियम: 3‑कार्ट तुलना
एक ही कार्ट को तीन जगह बनाइए, फिर सबसे कम “आउट‑द‑डोर” टोटल पर खरीदिए।
इसे ट्रायएंगुलेशन की तरह समझिए। अगर एक रीडिंग अजीब है, तो बाकी दो उसे उजागर कर देंगी।
याद रखने वाला एक ही फ़ॉर्मूला
T = S + F
T= वह कुल राशि जो आप सच में चुकाते हैं (“आउट द डोर”)S= आइटम सबटोटल (आइटम‑लेवल मार्कअप सहित)F= वे सभी प्लेटफ़ॉर्म फ़ीस जो आप चेकआउट से पहले देख सकते हैं (डिलीवरी/सर्विस/अन्य अनिवार्य फ़ीस)
फिर: 3 एक‑जैसी कार्ट बनाइए और सबसे कम T चुनिए।
यह क्यों काम करता है (और यह क्या नहीं करता):
- यह करता है “प्राइसिंग रूलेट” से बचाव, क्योंकि यह रियल‑टाइम में कीमतों का अंतर दिखा देता है। (Groundwork)
- यह नहीं करता लोककथाओं वाले “हैक्स” पर भरोसा—जैसे इनकॉग्निटो मोड से हमेशा सबसे कम पर्सनलाइज़्ड प्राइस मिलना; दिए गए स्रोत इसे एक भरोसेमंद, उपभोक्ता‑सुरक्षित तरीका नहीं बताते। (FTC press release, Jan 2025)
“AI प्राइस टेस्ट” कैसे दिखते हैं (साधी भाषा में)
आपको मंशा साबित करने की जरूरत नहीं है। आपको बस माहौल स्वीकार करना है:
- कीमतें और प्रमोशन डेटा व संदर्भ से प्रभावित हो सकते हैं, ऐसे तरीकों से जो पारदर्शिता कम करते हैं। (FTC surveillance pricing hub; FTC press release, Jan 2025)
- ऑनलाइन ग्रॉसरी टोटल सिर्फ आइटम्स पर निर्भर नहीं होते: डिलीवरी/सर्विस फ़ीस ऑर्डर, लोकेशन, कार्ट कंटेंट और मेंबरशिप स्टेटस के हिसाब से बदल सकती हैं—इसलिए सबसे सस्ता सबटोटल फ़ीस के बाद हार सकता है। (Instacart Help — fees and taxes)
- कुछ सेवाएँ मेंबरशिप के आधार पर अलग प्राइसिंग नियम बताती हैं (जिसमें “नो मार्कअप” दावे भी शामिल हैं, अपवादों के साथ)। (Shipt pricing; How are your prices determined?)
यह बिल्कुल वैसा ही गड़बड़ सिस्टम है जहाँ एक अच्छा डिफ़ॉल्ट, अंतहीन ऑप्टिमाइज़ेशन से बेहतर होता है।
3‑कार्ट नियम कैसे चलाएँ (तेज़, बिना ज्यादा झंझट)
स्टेप 1: अपने तीन “चैनल” चुनें
स्रोत इस बात का समर्थन करते हैं कि अलग‑अलग ऐप्स और रिटेलर पाथ को अलग चैनल मानना उचित है क्योंकि प्राइसिंग पॉलिसीज़ अलग होती हैं और बदल भी सकती हैं:
- एक डिलीवरी मार्केटप्लेस (उदाहरण संदर्भ: Instacart टेस्टिंग)। (Groundwork)
- एक अलग डिलीवरी सेवा या रिटेलर प्रोग्राम जहाँ मेंबरशिप स्टेटस मार्कअप बदल सकता है। (Shipt pricing)
- रिटेलर की अपनी साइट/ऐप भी अपना अलग चैनल हो सकती है; उदाहरण के लिए, Walmart की नीति कहती है कि स्टोर खरीदारी कुछ शर्तों के साथ समान आइटम्स के लिए Walmart.com से मैच कर सकती है, जबकि Walmart.com स्टोर्स/कम्पटीटर्स से प्राइस मैच नहीं करता। यह याद दिलाता है: ऐप बनाम स्टोर बनाम प्रतिस्पर्धी—एक‑दूसरे के बदले नहीं हैं। (Walmart corporate policy)
आप “हमेशा के लिए” सबसे अच्छा प्लेटफ़ॉर्म नहीं ढूँढ रहे। आप आज, इस कार्ट के लिए सबसे अच्छा ढूँढ रहे हैं।
स्टेप 2: कार्ट्स को बिल्कुल एक‑जैसा बनाएँ
एक‑जैसा मतलब:
- वही आइटम्स, वही साइज, वही मात्रा।
- सब्स्टीट्यूशन को चुपचाप तुलना बदलने न दें।
अगर बिल्कुल मैच नहीं कर सकते (एक चैनल में कोई आइटम नहीं है), तो तुलना के लिए एक “कोर बास्केट” बनाइए जिसमें समान स्टेपल्स हों, और मिसिंग आइटम्स को अलग से संभालिए।
स्टेप 3: सिर्फ आइटम्स नहीं, आउट‑द‑डोर टोटल की तुलना करें
प्लेटफ़ॉर्म बताते हैं कि फ़ीस बदलती हैं और आप जो भुगतान करते हैं उसका हिस्सा हैं; Instacart की हेल्प गाइडेंस में सर्विस फ़ीस बदल सकती है, और अंतिम टोटल कई घटकों पर निर्भर करता है। (Instacart Help — fees and taxes)
तो चेकआउट से ठीक पहले जो दिखता है, उसकी तुलना करें:
- आइटम सबटोटल (
S) - डिलीवरी फ़ी (यदि हो)
- सर्विस फ़ी (यदि हो)
- कोई अन्य आवश्यक फ़ी जो दिखाई गई हो
फिर सबसे कम T = S + F चुनें।
स्टेप 4: पिकअप को अपना बेसलाइन बनाएँ (ज़्यादा सुरक्षित वैरिएंट)
2025 के नियंत्रित प्रयोग में डिलीवरी‑कॉस्ट कन्फाउंडिंग घटाने के लिए पिकअप इस्तेमाल किया गया—और Instacart कहता है कि पिकअप ऑर्डर्स में सर्विस फ़ीस नहीं होती। इससे पिकअप आइटम‑प्राइस व्यवहार देखने का साफ तरीका बन जाता है, कुछ फ़ी‑नॉइज़ के बिना। (Groundwork; Instacart Help — fees and taxes)
सुरक्षित वैरिएंट:
- पहले पिकअप मोड में 3‑कार्ट तुलना चलाएँ।
- अगर सच में डिलीवरी चाहिए, तो आइटम‑प्राइस “विनर” पहचानने के बाद डिलीवरी टोटल फिर से जाँचें।
यह आपको “सस्ते आइटम्स, महँगी डिलीवरी” बनाम “महँगे आइटम्स, सस्ती डिलीवरी” जैसी उलझन से बचाता है।
पॉकेट कार्ड: 3‑कार्ट तुलना नियम
नियम: 3 चैनलों में एक ही कार्ट बनाइए। सबसे कम
T = S + Fपर खरीदिए।
कब इस्तेमाल करें: जब आप ऑनलाइन ग्रॉसरी कर रहे हों जहाँ फ़ीस/मार्कअप बदलते हों या आपको “एक ही कार्ट, अलग कीमत” का शक हो। (Groundwork)
कब न करें: जब आपको समय‑संवेदनशील ऑर्डर तुरंत देना हो और टोटल कन्फर्म न कर सकें; या आइटम्स चैनलों में तुलनीय न हों (केवल अलग साइज/ब्रांड उपलब्ध हों)।
कैसे एडैप्ट करें: पहले पिकअप से आइटम प्राइस का बेसलाइन बनाइए। मेंबरशिप स्टेटस को वैरिएबल मानिए। चेकआउट के पास टोटल दोबारा जाँचिए ताकि फ़ी‑टियर पकड़े जा सकें। (Instacart Help; Shipt pricing)
वर्क्ड मिनी‑सीनारियो (करेंसी नहीं, सिर्फ स्ट्रक्चर)
सीनारियो 1: “सबसे सस्ता सबटोटल फ़ीस के बाद हार जाता है”
आप तीन एक‑जैसी कार्ट्स की तुलना करते हैं:
- कार्ट A:
S = 1.00(नॉर्मलाइज़्ड),F = 0.12→T = 1.12 - कार्ट B:
S = 1.04,F = 0.04→T = 1.08 - कार्ट C:
S = 1.01,F = 0.09→T = 1.10
विनर: कार्ट B, भले ही उसके आइटम्स महँगे हैं।
इसीलिए स्रोत आउट‑द‑डोर टोटल्स की तुलना पर ज़ोर देते हैं: फ़ीस कई कारकों के हिसाब से बदलती है, और केवल आइटम लिस्ट पर ध्यान देना भ्रामक हो सकता है। (Instacart Help — fees and taxes)
फेल्योर मोड: आप S ऑप्टिमाइज़ करते हैं और F को नज़रअंदाज़ करते हैं।
फिक्स: चेकआउट से ठीक पहले हमेशा T निकालें।
सीनारियो 2: फ़ी थ्रेशहोल्ड ( “क्लिफ” समस्या)
कुछ प्लेटफ़ॉर्म बड़े ऑर्डर‑साइज कटऑफ़ से नीचे टियरड फ़ीस लगाते हैं (Amazon Fresh के लिए रिपोर्ट किया गया), यानी थ्रेशहोल्ड के पास का कार्ट—कटऑफ़ के जरा ऊपर या जरा नीचे होने पर—विनर बदल सकता है। (CNBC; AP News)
इसे ऐसे मॉडल करें:
- अगर
S < θ, तोF = f_high - अगर
S ≥ θ, तोF = f_low
लगभग एक‑जैसे आइटम्स वाली दो कार्ट्स, छोटे अंतर (उपलब्धता, सब्स्टीट्यूशन, चैनल‑स्पेसिफिक प्राइसिंग पॉलिसी) के कारण θ के अलग‑अलग तरफ जा सकती हैं। नतीजा “रैंडमनेस” जैसा दिख सकता है, पर असल में यह थ्रेशहोल्ड क्लिफ है।
यहाँ 3‑कार्ट नियम क्या करता है: यह आपको दिखाता है कि “विनर” सच में सस्ता है या सिर्फ फ़ी‑टियर से बच रहा है।
फेल्योर मोड: आप कटऑफ़ के पास होने पर भी बिना जाँचे विनर घोषित कर देते हैं।
फिक्स: अगर आप थ्रेशहोल्ड के करीब हैं, तो दोनों वर्ज़न जानबूझकर तुलना करें: एक थोड़ा नीचे, एक थोड़ा ऊपर—फिर कम T चुनें।
सीनारियो 3: “प्राइसिंग रूलेट” और स्प्रेड रिस्क
2025 के नियंत्रित परीक्षण में एक‑जैसे आइटम्स के लिए अलग‑अलग खरीदारों के बीच एक साथ कीमतों का अंतर पाया गया और कार्ट वही होने पर भी बास्केट‑टोटल में अर्थपूर्ण बदलाव दिखा। (Groundwork)
स्प्रेड को रिस्क बैंड की तरह मानिए:
- अगर आप लो और हाई के बीच सामान्य स्प्रेड
pदेखते हैं, तो तुलना न करने पर आपका “ज़्यादा चुकाने का जोखिम” लगभगpहै।
आपको यह भविष्यवाणी करने की जरूरत नहीं कि आपको हाई क्यों मिला। अध्ययन के सैंपल में जनसांख्यिकी/शॉपिंग इतिहास को सांख्यिकीय रूप से अर्थपूर्ण भविष्यवक्ता नहीं पाया गया, इसलिए “एल्गोरिदम क्या चाहता है” रिवर्स‑इंजीनियर करने की कोशिश समय की बर्बादी है। (Groundwork)
फेल्योर मोड: आप पर्सनलाइज़ेशन को गिमिक्स से मात देने की कोशिश करते हैं।
फिक्स: रियल‑टाइम में कई कार्ट्स की तुलना करें; यही वह रणनीति है जिसे प्रमाण समर्थन देते हैं।
एज केस और जहाँ नियम टूटता है
1) मेंबरशिप स्टेटस खेल बदल देता है
Shipt बताता है कि कुछ यूज़र्स को लागत कवर करने के लिए इन‑स्टोर की तुलना में हल्के मार्कअप दिख सकते हैं, और Target Circle 360 मेंबर्स आम तौर पर “नो मार्कअप” देखते हैं (अल्कोहल जैसे अपवादों के साथ)। मतलब मेंबरशिप स्टेटस एक प्राइसिंग वैरिएबल हो सकता है, इसलिए तुलना में इसे स्थिर रखना जरूरी है। (Shipt pricing; How are your prices determined?)
रूल ट्वीक: तुलना वैसे करें जैसे आप सच में हैं: वही मेंबरशिप स्टेटस, वही लॉग‑इन स्टेट सभी चैनलों में।
यह भी ध्यान दें: Instacart के न्यूनतम ऑर्डर/सब्स्क्रिप्शन डायनेमिक्स बदले हैं, और न्यूनतम बदलने पर व्यवहार बदलाव की रिपोर्ट है—इसलिए कोई भी “मेंबरशिप मैथ” पॉलिसी बदलने पर फिर से जाँचना चाहिए। (Investopedia)
2) “नो सर्ज” दावे तुलना की जरूरत खत्म नहीं करते
Shipt स्पष्ट रूप से कहता है कि वह सर्ज/बिज़ी प्राइसिंग नहीं लेता। यह उपयोगी है, लेकिन यह टोटल‑कॉस्ट के अंतर के अन्य कारणों (मार्कअप, फ़ीस, मेंबरशिप नियम, आइटम प्राइसिंग) को खत्म नहीं करता। (Shipt surge/busy pricing)
व्याख्या: भले ही कोई सेवा सर्ज प्राइसिंग से इनकार करे, टोटल फिर भी चैनलों में बदल सकता है—इसलिए 3‑कार्ट नियम अभी भी काम का है।
3) “प्राइस पैरिटी” लेबल मदद करते हैं, पर जाँच का विकल्प नहीं
2025 रिपोर्ट पर Instacart की प्रतिक्रिया प्राइस‑पैरिटी प्रयासों, रिटेलर्स द्वारा कीमत नियंत्रण, और ग्राहक तुलना के लिए स्टोरफ्रंट पर प्राइसिंग पॉलिसी दिखाने पर ज़ोर देती है। इसे पॉलिसी लेबल देखने के संकेत की तरह लें, लेकिन फिर भी नंबर निकालें। (Instacart company update)
रूल ट्वीक: पॉलिसी लेबल को मेटाडेटा समझें; T को सच मानें।
4) आप हमेशा पूरी तरह एक‑जैसी कार्ट नहीं बना सकते
जब एक चैनल में कोई आइटम न हो या सिर्फ अलग साइज उपलब्ध हो:
- या तो सभी चैनलों को उसी साइज/ब्रांड पर स्विच करें,
- या तुलना को दो भागों में बाँटें: “तुलनीय कोर” बनाम “अतुलनीय एक्स्ट्राज़।”
नियम का लक्ष्य है: जो नियंत्रित कर सकते हैं, उसे नियंत्रित करें।
न्यूनतम बजटिंग टाई‑इन (ऐप मैकेनिक्स के बिना)
अगर आप Monee (या कहीं भी) में खर्च ट्रैक करते हैं, तो साफ मैपिंग यह है:
- आइटम्स और प्लेटफ़ॉर्म फ़ीस को अलग लेबल/कैटेगरी में रखें ताकि आपका बजट
SबनामFको प्रतिबिंबित करे। - एक सरल कैप सेट करें जैसे डिलीवरी+सर्विस फ़ीस ≤ ग्रॉसरी आइटम्स का X% प्रति पे‑साइकिल; अगर आप लगातार इससे ऊपर जाते हैं, तो ज़्यादा ऑर्डर्स को डिफ़ॉल्ट रूप से पिकअप पर शिफ्ट करें। (Instacart पॉलिसी विवरण में पिकअप में कम फ़ी घटक होते हैं।) (Instacart Help)
बस इतना ही—किसी जटिल सिस्टम की जरूरत नहीं।
क्या साबित नहीं है (और यह आपको क्यों मुक्त करता है)
स्रोत कोई भरोसेमंद, दोहराने योग्य “हैक” नहीं देते जो सबसे कम इंडिविजुअलाइज़्ड प्राइस ज़बरदस्ती दिला दे (कुकी ट्रिक्स, इनकॉग्निटो, लगातार अकाउंट रीसेट)। वे जो समर्थन करते हैं वह यह है कि इंडिविजुअलाइज़्ड और संदर्भ‑आधारित प्राइसिंग मौजूद हो सकती है, और वह अपारदर्शी हो सकती है—इसलिए पारदर्शी तुलना‑आधारित खरीदारी एक तर्कसंगत प्रतिकार है। (FTC press release, Jan 2025; Groundwork)
भावनात्मक जीत: आप ब्लैक बॉक्स से मोल‑भाव करना छोड़ देते हैं। आप बस तीन रीडिंग्स की तुलना करते हैं और आगे बढ़ जाते हैं।
एक साफ चेकलिस्ट ( “ये करो, फिर बस” संस्करण)
- 3 चैनलों में 3 एक‑जैसी कार्ट बनाइए।
- संभव हो तो पिकअप से शुरुआत करें ताकि आइटम‑प्राइस व्यवहार का बेसलाइन बने और फ़ी‑नॉइज़ कम हो। (Groundwork; Instacart Help)
- चेकआउट से ठीक पहले आउट‑द‑डोर
T = S + Fकी तुलना करें। (Instacart Help) - अगर आप किसी प्लेटफ़ॉर्म थ्रेशहोल्ड के पास हैं, तो मान लें एक क्लिफ मौजूद है और जानबूझकर तुलना करें। (CNBC; AP News)
- कार्ट्स में मेंबरशिप स्टेटस एक‑सा रखें। (Shipt pricing)
- विनर खरीदिए। ज़्यादा मत सोचिए।
शैक्षिक नोट: यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत वित्तीय सलाह नहीं। पॉलिसीज़ और टोटल लोकेशन, रिटेलर, मेंबरशिप और समय के हिसाब से बदलते हैं; हमेशा अपने चेकआउट टोटल स्वयं पुष्टि करें।
Sources:
- Groundwork Collaborative — “Same Cart, Different Price”
- Groundwork Collaborative — report announcement
- Instacart Help Center — “Instacart fees and taxes”
- Instacart — “Instacart’s Commitment to Affordability”
- FTC — Surveillance Pricing feature page
- FTC — “FTC Surveillance Pricing Study…” press release (Jan 2025)
- Shipt — Pricing
- Shipt — How are your prices determined?
- Shipt — Do you charge surge or busy pricing?
- Walmart corporate — Does Walmart price match?
- CNBC — Amazon Fresh adds fees below threshold
- AP News — Amazon Fresh ends free delivery below threshold
- Investopedia — Instacart minimum order/subscription dynamics

